हिन्दूस्तान में हिन्दुओं की रक्षार्थ, राष्ट्रीय हिन्दू शक्ति संगठन के साथ जुड़े।
हिन्दू राज हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है।
आतंकवाद व कट्टरवाद का कड़ा विरोध करना।
हिन्दुस्तान में केवल हिन्दुओं को नागरिक अधिकार व मताधिकार शासकीय प्रशासकीय नौकरियों में य चल अचल सम्पत्ति रखने खरीदने, बेचने का केवल हिन्दुओं को ही अधिकार होना चाहिए।
निःशुल्क व समान शिक्षा, निःशुल्क स्वास्थ्य संगठन स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था की जायेगी।
महंगाई पर तुरन्त रोक के लिए मूल्यों का निर्धारण व जमाखोरों पर झुकेश लगाया जायेगा।
धर्म परिवर्तन पर कानूनी प्रतिबन्ध/विदेशी धार्मिक प्रचार व आर्थिक सहायता पर प्रतिबन्ध लगाया जायेगा।
शीघ सुलभ न्याय की निःशुल्क व्यवस्था की जायेगी।
जाति विहीन समाज की रचना करना।
दहेज प्रथा की समाप्ति व स्त्रियों के मान सम्मान की रक्षा करना व सुरक्षा उपलब्ध कराना।
जय जवान, जय किसान को मान्यता
गौहत्या पर सम्र्पूण भारत वर्ष में पूर्ण प्रतिबन्ध।
कृषि आधारित अर्थनीति, कृषकों को सर्वोच्च प्राथमिकता, प्रत्येक हाथ को काम लघु व कुटी उद्योग को प्रोत्साहित करना।
एक परिवार एक मकान, नैतिकता व चरित्र निर्माण कराना।
हिन्दू धार्मिक स्थलों का पुरात्व विभाग की सूचीनुसार पुनः निर्माण को मान्यता देना।
भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करना।
देशद्रोह व असभ्य अपराध पर कठोर कानून लाना के लिये।
आपस में एक दूसरे से मिलने पर जय हिन्दू जय हिन्दू राष्ट्र कहकर अभिवादन करना
बैठक से पूर्व गायत्री मंत्र का उदघोष करना
प्रत्येक हिंदू वीर व पदाधिकारी का प्राथमिक सदस्य होना।
हिन्दुस्तान की एकता अखण्डता में पूर्ण विश्वास।
संगठन के प्रति पूर्ण निष्ठा व पदाधिकारियों पर पूर्ण विश्वास कर आदेशों का पालन करना।
दहेज रहित समाज, जातिविहीन समाज की रचना करना।
एक व्यक्ति द्वारा एक पेड़ लगाना अनिवार्य है।
हिन्दू राज लक्ष्य के लिए राजनैतिक एकता चेतना जागृत करना व हिन्दूस्तान की राजनीति को हिन्दुत्ववादी दिशा देकर हिन्दू वोट बैंक क्रियाशील करना।
अपने क्षेत्र में हिन्दूवीरों की संख्या बढ़ाकर वालीवाल, फुटबाल, हॉकी लाठी तलवार, निशाने बाजी आदि खेलों में प्रशिक्षित होना व प्रशिक्षण कैम्पों का आयोजन करना।
माता-पिता तथा गुरू की आज्ञा का पालन करना व सम्मान करना।
आपस में निन्दा चुगली का त्याग कर हिन्दूओं को सम्मान देना व निर्भीक रहना।
धार्मिक उत्सवों को मनाना व उनमें भाग लेना। अपने क्षेत्र के मन्दिरों की रक्षा करना।
केवल हिन्दूओं को अपना अभिन्न मित्र बनाना।
समस्त में बढ़ रही कुरीतियों को दूर करना समाज में अन्धविश्वास व आडम्बरों का विरोध करना।
गऊवंश की रक्षा करना।
संगठन में : नियम नहीं, व्यवस्था होती है।
संगठन में : सूचना नहीं, समझ होती है।
संगठन में : क़ानून नहीं, अनुशासन होता है।
संगठन में : भय नहीं, भरोसा होता है।
संगठन में : शोषण नहीं, पोषण होता है।
संगठन में : आग्रह नहीं, आदर होता है।
संगठन में : संपर्क नहीं, सम्बन्ध होता है।
संगठन में : अर्पण नहीं, समर्पण होता है।
संगठन में : मैं "नहीं"हम" होता है।
संगठन में : आत्मप्रशंसा" नहीं "सर्व सम्मान" होता है।
संगठन में : तोड़ना नहीं, जोड़ना होता है।
राष्ट्र हिंदू शक्ति संगठन एक प्रमुख संगठन है जो हिंदू समाज की सुरक्षा, सेवा, और उत्थान के लिए समर्पित है। इस संगठन का उद्देश्य न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा करना है, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों की सहायता करना भी है। इस लेख में, हम राष्ट्र हिंदू शक्ति संगठन के विभिन्न सामाजिक और धार्मिक कार्यों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करेंगे, जो हिंदू समाज के कल्याण और उसके समग्र विकास के लिए किए जा रहे हैं।
राष्ट्र हिंदू शक्ति संगठन का एक प्रमुख कार्य गरीब और वंचित वर्ग की लड़कियों की शादी कराना है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए शादी एक बड़ी चुनौती होती है, खासकर जब बात लड़की की शादी की आती है। समाज के इस वर्ग के लिए संगठन का यह प्रयास एक महत्वपूर्ण सहयोग है, जिससे न केवल परिवारों को राहत मिलती है, बल्कि समाज में सामुदायिक सौहार्द और एकता भी बढ़ती है।
शादी केवल दो लोगों के जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ नहीं होती, बल्कि यह एक ऐसा अवसर होता है जहां पूरे समाज का सहयोग और समर्थन जरूरी होता है। राष्ट्र हिंदू शक्ति संगठन यह सुनिश्चित करता है कि गरीब लड़कियों की शादियाँ गरिमापूर्ण और उचित तरीके से हों, ताकि वे अपने नए जीवन की शुरुआत सम्मान और खुशी के साथ कर सकें। इस कार्य में संगठन सामाजिक दायित्व को निभाते हुए दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों के खिलाफ भी संदेश देता है, जो समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
शिक्षा किसी भी समाज की प्रगति और विकास की नींव होती है। लेकिन गरीबी और संसाधनों की कमी के कारण कई बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। राष्ट्र हिंदू शक्ति संगठन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए गरीब बच्चों को शैक्षिक सामग्री जैसे ड्रेस, कॉपी, पेंसिल, जूते, मोजे आदि उपलब्ध कराता है। यह प्रयास न केवल उनकी शिक्षा के प्रति प्रेरित करता है, बल्कि उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल करने का माध्यम भी बनता है।
शैक्षिक सामग्री प्रदान करना केवल एक छोटा कदम नहीं है, बल्कि यह समाज के भविष्य को सुधारने का एक दीर्घकालिक प्रयास है। संगठन का यह कार्य बच्चों को शिक्षा की ओर प्रेरित करता है, जिससे वे अपने जीवन में बेहतर अवसर प्राप्त कर सकें और समाज में एक सम्मानजनक स्थान हासिल कर सकें। इसके साथ ही, यह प्रयास समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी काम करता है।
हिंदू समाज के प्रमुख त्योहारों पर राष्ट्र हिंदू शक्ति संगठन द्वारा भोजन और प्रसाद वितरण का आयोजन किया जाता है। यह न केवल धार्मिक आस्था का प्रदर्शन है, बल्कि समाज के कमजोर और वंचित वर्गों के प्रति सेवा और सहयोग की भावना का भी प्रतीक है। भोजन और प्रसाद वितरण समाज के विभिन्न वर्गों को एक साथ लाने का माध्यम बनता है, जिससे समाज में एकता और भाईचारे की भावना प्रबल होती है।
त्योहारों पर भोजन और प्रसाद वितरण का कार्य संगठन की सेवा भावना को दर्शाता है। यह समाज के उन वर्गों को भी त्योहारों की खुशियों में शामिल करता है, जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं। इस तरह के आयोजन से संगठन यह संदेश देता है कि समाज के हर व्यक्ति का त्योहारों में समान अधिकार है और उन्हें इस खुशी में शामिल होने का अवसर मिलना चाहिए।
राष्ट्र हिंदू शक्ति संगठन हर वर्ष शिवरात्रि के महापर्व पर विभिन्न स्थानों पर 8 दिवसीय निशुल्क कांवड़ सेवा शिविर का आयोजन करता है। ये शिविर शिव भक्तों के लिए विशेष रूप से आयोजित किए जाते हैं, जिनमें उत्तम क्वालिटी की मेडिकल सुविधाओं, नाश्ता, भोजन, चाय, दूध, फल, नींबू पानी आदि की व्यवस्था की जाती है। इसके अलावा, शिविर में महिलाओं के विश्राम के लिए अलग से व्यवस्था और गंगाजल का प्रबंध भी किया जाता है।
कांवड़ सेवा शिविर न केवल शिव भक्तों के लिए आवश्यक सुविधाओं का प्रबंध करता है, बल्कि उन्हें एक सुरक्षित और सहायक वातावरण भी प्रदान करता है। इन शिविरों में शिव भक्तों के विश्राम के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है, जिससे वे अपनी यात्रा को बिना किसी कठिनाई के पूरा कर सकें। इस सेवा शिविर का आयोजन समाज में सेवा की भावना को बढ़ावा देने का एक उदाहरण है, जहां संगठन धार्मिक आयोजनों में सेवा और सहयोग को प्राथमिकता देता है।
समाज में बढ़ती जा रही कुरीतियों के खिलाफ राष्ट्र हिंदू शक्ति संगठन ने अपनी आवाज बुलंद की है। दहेज प्रथा, बाल विवाह, जातिवाद, और अन्य सामाजिक बुराइयाँ समाज के विकास में बाधक हैं। संगठन समय-समय पर इन कुरीतियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन करता है और समाज को जागरूक करता है। इन गतिविधियों के माध्यम से संगठन न केवल कुरीतियों के खिलाफ संघर्ष करता है, बल्कि समाज को एकजुट होकर इन बुराइयों से लड़ने के लिए भी प्रेरित करता है।
कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाना एक महत्वपूर्ण सामाजिक कार्य है, जो समाज के नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा करता है। संगठन का यह प्रयास समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक कदम है, जिससे भविष्य की पीढ़ियों को एक स्वस्थ और सशक्त समाज प्राप्त हो सके।
राष्ट्र हिंदू शक्ति संगठन द्वारा राष्ट्रीय पर्व जैसे 15 अगस्त, 26 जनवरी, और अन्य राष्ट्रीय पर्व का आयोजन किया जाता है। इसके साथ ही, संगठन भारतवर्ष के महापुरुषों की जयंती भी मनाता है। यह आयोजन न केवल हमारे स्वतंत्रता संग्राम के नायकों और महापुरुषों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है, बल्कि नई पीढ़ी को उनके संघर्ष और बलिदान से प्रेरित भी करता है।
राष्ट्रीय पर्व और महापुरुषों की जयंती का आयोजन समाज में देशभक्ति और सांस्कृतिक मूल्यों की भावना को प्रबल करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। यह आयोजन समाज को यह याद दिलाता है कि हमारा देश और समाज उन महापुरुषों के संघर्ष और बलिदान की नींव पर खड़ा है, जिन्होंने हमारे लिए स्वतंत्रता, समानता, और न्याय की लड़ाई लड़ी।
राष्ट्र हिंदू शक्ति संगठन धर्म परिवर्तन के विरोध में सक्रिय भूमिका निभाता है। संगठन का मानना है कि धर्म परिवर्तन समाज में अस्थिरता और विभाजन का कारण बन सकता है। इस कारण, संगठन समय-समय पर धर्म परिवर्तन के खिलाफ आवाज उठाता है और समाज को जागरूक करता है। इसके साथ ही, संगठन लव जिहाद के खिलाफ बने कानूनों का भी समर्थन करता है। संगठन का मानना है कि यह कानून समाज की सुरक्षा और सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।
धर्म परिवर्तन और लव जिहाद के विरोध में अभियान संगठन की उस प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जो हिंदू समाज की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान की रक्षा के लिए आवश्यक है। यह अभियान समाज में एकजुटता और सामुदायिक सौहार्द की भावना को बनाए रखने का प्रयास करता है, जिससे समाज में स्थिरता और शांति बनी रहे।
देश में अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों को वापस भेजने के लिए राष्ट्र हिंदू शक्ति संगठन समय-समय पर आंदोलन करता है। संगठन का मानना है कि अवैध घुसपैठ देश की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकती है, और इसे रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए। इसके साथ ही, संगठन सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) और एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर) जैसे कानूनों का समर्थन करता है, जो देश की सुरक्षा और सामाजिक संरचना को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।
संगठन का यह प्रयास देश की सुरक्षा और सामाजिक स्थिरता को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह संगठन देश के नागरिकों के अधिकारों और सुरक्षा की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, और इसके लिए वह समय-समय पर आंदोलन कर सरकार से उचित कदम उठाने की मांग करता है।
देश में जनसंख्या नियंत्रण पर सख्त कानून बनाने के लिए राष्ट्र हिंदू शक्ति संगठन समय-समय पर आंदोलन करता है। बढ़ती जनसंख्या देश के संसाधनों पर भारी दबाव डालती है और विकास को बाधित करती है। संगठन का मानना है कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए सख्त कानून बनाना जरूरी है, और इसके लिए वह सरकार से संसद में बिल बनाने की मांग करता है।
इसके अलावा, आपातकालीन स्थिति जैसे कि कोरोना महामारी के दौरान जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराना भी संगठन का एक महत्वपूर्ण कार्य रहा है। महामारी के दौरान समाज के कमजोर वर्गों के लिए भोजन, दवाइयां, और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करना संगठन की प्राथमिकता बन गई थी। इस सेवा भावना ने समाज के लिए संगठन की प्रतिबद्धता को और भी मजबूत किया है।
समय-समय पर ब्लड डोनेशन कैंप और मेडिकल कैंप लगाना राष्ट्र हिंदू शक्ति संगठन के कार्यों में शामिल है। रक्तदान एक महान कार्य है, जो न केवल जीवन बचाने में मदद करता है, बल्कि समाज में एकता और सहयोग की भावना को भी प्रोत्साहित करता है।
मेडिकल कैंपों के माध्यम से निशुल्क दवाइयों का वितरण और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता समाज के कमजोर वर्गों के लिए एक बड़ी राहत होती है। ये कैंप समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने का भी काम करते हैं, जिससे लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक सतर्क हो जाते हैं और समय पर उचित उपचार प्राप्त कर सकते हैं।
राष्ट्र हिंदू शक्ति संगठन द्वारा किए जा रहे ये सभी प्रयास समाज के कल्याण और उसके विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। गरीब और वंचित वर्गों की सहायता से लेकर धार्मिक, सामाजिक और राष्ट्रीय मुद्दों पर जागरूकता फैलाने तक, इन संगठनों का योगदान समाज के सभी वर्गों को लाभान्वित करता है।
यह न केवल हिंदू समाज की सेवा और सहयोग की परंपरा को जीवित रखता है, बल्कि समाज में एकता, सहयोग और सहिष्णुता की भावना को भी मजबूत करता है। ऐसे प्रयासों के माध्यम से संगठन न केवल समाज की मौजूदा चुनौतियों का सामना कर रहा है, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक बेहतर समाज का निर्माण भी कर रहा है।